Skip to main content

रानू मण्डल की कहानी जितेंद्र राय की जुबानी।

"एक बिस्कुट, एक रोटी के लिए यह मधुरिमा"
Jitendra Rai
अद्भुत!अविश्वसनीय!!अकल्पनीय!!!
"तेरी मेरी तेरी मेरी...." आवाज कानों में पड़ते ही आंखें बंद होने लगतीं हैं और कानों में शहद सा घुलने लगता है। मुख से वाह, बेमिशाल स्वतः प्रस्फुटित होने लगता है। यह कहानी है रानू मण्डल की, जो वर्षों खुद से अनभिज्ञ थीं। उनके सुरमई कंठ की क्या पराकाष्ठा हो सकती है, इस बात से  बिल्कुल बेख़बर।
पश्चिम बंगाल के राणाघाट रेलवे स्टेशन पर बैठकर वह गातीं थीं, सिर्फ एक बिस्कुट, रोटी और चंद सिक्कों के लिये। सुनकर ही आंखें भर आतीं हैं। एक वीडियो के वायरल हो जाने से दुनिया की निगाहों में आईं और करोड़ों हृदयों में उतर गईं। अब वह एक सेलिब्रिटी बन गईं हैं, कई टी वी शोज में उन्हें आमंत्रित किया जा रहा है। हिमेश रेशमिया ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया है उनका जिसमें वह तेरी मेरी तेरी मेरी, तेरी मेरी कहानी.... गाना रिकॉर्ड करते हुए दिखाई दे रहीं हैं।।
नमन आपको। "जीत" की शुभकामनाएं।
@ Jitendra Rai " Jeet"

Comments

Popular posts from this blog

तुमथें सूगर नीच त इथगा मिट्ठू कनख्वे बोल्द्यां फिर।

"तुमथें सूगर नीच त इथगा मिट्ठू कनख्वे बोल्द्यां फिर।" Jitendra Rai लाला जी दुकान म सुबेर भटी बैठ्यां छा, पर एक बि ग्राहक नि ऐ। 9 बजी अचानक लाला जी कु बी पी बढ़ी गे अर बेहोश ह्वे गीं। लाली चाय दीणु कु ऐ त हाय तौबा मची गे " हे सौणी का बाबा। हे क्य ह्वै तुमथें? कन बिजोक ह्वे। सर्यो बजार खुल्ला च अर कैल युंथे नि देखी। क्वी त आवा"    हल्ला सूणि के भीड़ जमा ह्वे ग्याई। तत्काल 108 बुलये गे। वजन ज्यादा छौ लाला जी कु त कई लोग लगीं तब जैकी लाला जी गाड़ी म बिठये जै सकीं।    अस्पताल म बनि बनि क मरीज। डॉक्टर साबन इंजेक्शन दे त होश आई लाला जी थैं। इने उने देखी त लगी कि सर्री दुनिया बीमार च। लोग भैर कम भितर अस्पताल म जादा छिन। चेक अप का बाद रिपोर्ट आई। बी पी टेंशन की वजह से बढ़ी गे छौ। सूगर नॉर्मल छाई। कुछ दवे अर कुछ हिदायत दीं डॉक्टर साबन, अर लाला जी घौर पौंची गीं।  अगला दिन दुकनि म भीड़ लाला जी कि। बनि बनि की बत्था। "भरपूर छा पैसा पाई जमीन जैदाद से। तुमथें क्यांकि ह्वाई टेंशन?"  "सूगर नीच त इथगा मिट्ठू कनख्वे बोल्द्यां लालाजी?" "हाँ भै अमीर आदिम छिन,...